सऊदी अरब के तीन युवाओं की बनाई वेबसाइट सराहा को दुनिया भर में पसंद किया जा रहा है। यहां कोई भी संदेश भेज सकता है। ख़ास बात है कि इसमें संदेश भेजने वाले का पता नहीं चलता। लेकिन इसमें बुलींग यानी धमकी का भी ख़तरा है इसलिए बच्चों को इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए।इसके अलावा सराहा से मिलते-जुलते कुछ एप भी हैं। इसमें ऐसा दावा कियाजा रहा है कि सराहा पर संदेश भेजने वाले की पहचान पता चल सकती है।यह सिर्फ़क्लिक्स बटोरने के लिए किया जा रहा है। यह फेक वेबसाइट्स हैं।सराहा पर सारे संदेश एनक्रिप्टेड होते हैं इसलिए उन्हें सिर्फ़भेजने वाले औरसंदेश प्राप्त करने वाला ही पढ़ सकता है। इसलिए सराहा से मिलती-जुलतीकिसी भी वेबसाइट के झांसे में न आए ||
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